वर्तमान सरकार आम जनता को मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर रही है जिसका सबसे मजबूत उदारण है घरेलु गैस! घरेलु गैस की कीमत पिछली सरकार के समय से लगभग तीन गुनी हो चुकी है, और आए दिन बढ़ती ही जा रही हैं जिसका सीधा एवं ज्यादा असर मध्यम वर्ग पर पड़ता है जो इस बढ़ती महंगाई में कैसे अपना एवं अपने परिवार का पालन पोषण करे? मध्यम वर्ग से सब्सिडी छीनकर एक वर्ग को मुफ्त में गैस कनेक्शन एवं सिलिंडर बाँटना यह कैसा विकास है? यह एक वर्ग के विकास के नाम पर सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर अपना वोटबैंक मजबूत करना है!
अगर सरकार वास्तव में गरीबों का विकास या किसी एक वर्ग का विकास करना चाहती है तो उसका सारा भार मध्यम वर्ग पर क्यों डाल रही है? गरीबों के विकास के नाम पर मध्यम वर्ग को गरीब बनाने में क्यों जुटी है ये सरकार? सरकार की नीतियाँ सिर्फ मध्यम वर्ग को गरीब बनाने वाली ही हैं! मध्यम वर्ग को यूँ तो सरकार की तरफ से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिलती जो थोड़ी बहुत सब्सिडी के नाम पर मिलती थी सरकार ने उन नीतियों पर ही प्रतिबन्ध लगा दिया है जो मध्यम वर्ग को सब्सिडी देती थीं!
सब्सिडी का मुख्य काम सरकार द्वारा परिवार के आर्थिक बोझ को कम करना होता है ताकि लोगों को आर्थिक मजबूती में सहायता मिले परन्तु वर्तमान सरकार ने इस नियम को ही ख़त्म कर दिया क्यूंकि वर्तमान सरकार को लोगों के आर्थिक बोझ से कोई मतलब नहीं है उन्हें तो सिर्फ इतना करना की लोगों को मुफ्त में बाँटेंगे तो लोग वोट देंगे, बस सरकार का यही ख्याल मध्यम वर्ग की कमर तोड़ रहा है और एक वर्ग को मुफ्त में सहायता प्रदान कर अपना वोटबैंक मजबूत कर रहा है!
अगर आप भी वर्तमान सरकार से मुफ्त गैस एवं मुफ्त राशन चाहते है तो कृपया खुद का गरीब वर्ग में नामांतरण करवा लें, फिर सरकार आपको मुफ्त में कई सारी सेवाएं प्रदान करेगी और सरकार कोई वेरिफिकेशन नहीं करती की आप वाकई गरीब हो या नहीं उन्हें तो बस मुफ्त में बांटकर अपना वोटबैंक मजबूत हैं!